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भारत को विश्‍व गुरू बनाना है तो संघ और समाजवादी विचार धारा के लोगो का एक मंच पर आना होगा- डॉ. सानंद सिंह

रिपोर्ट कमलेश कुमार स्वतंत्र पत्रकार वीजन

गाजीपुर। समाजवादी विचारधारा के पुरौधा पूर्व ब्‍लाक प्रमुख रामनाथ यादव के मूर्ति का अनावरण जम्‍मू काश्‍मीर के उप राज्‍यपाल मनोज सिन्‍हा द्वारा किये जाने पर टिप्‍पणी करते हुए शिक्षाविद प्रोफेसर डॉ. सानंद सिंह ने पूर्वांचल न्‍यूज डॉट काम को बताया कि भारत को विश्‍वगुरू और शक्तिशाली राष्‍ट्र बनाने के लिए संघ और समाजवादी विचार धारा के लोगो को एक मंच पर आकर देशहित में कार्य करना होगा। उन्‍होने बताया कि इमरजेंसी से पहले से ही समाजवादी विचारधारा के संस्‍थापक जयप्रकाश नारायण, डॉ. राममनोहर लोहिया आदि नेताओ ने संघ के विचार धारा के साथ मिलकर कांग्रेस को सत्‍ता से बाहर करने का कार्य शुरू कर दिया था। इमरजेंसी से ही समाजवादी विचारधारा के लोग संघ के विचार धारा के साथ जुड़कर कांग्रेस को सत्‍ता से उखाड़ फेकनें और भारत की एकता और अखण्‍डता के लिए कार्य करते रहें। जिसमें मुरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी, चंद्रशेखर सिंह, मुलायम सिंह, सत्‍यदेव सिंह, जनेश्‍वर मिश्र ने सदा ही कांग्रेस का विरोध किया था। समाजवादी और संघ के विचारधारा के लोगो का मानना था कि देश के बंटवारे में कांग्रेस का सबसे बड़ा योगदान था। केवल जवाहर लाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाने के लिए देश का विभाजन कर दिया गया, अगर देश का बंटवारा नही हुआ होता तो भारत वर्तमान समय में विश्‍व का सबसे शक्तिशाली राष्‍ट्र होता। जवाहर लाल नेहरू ने आजादी के बाद देश को संभाल नही पाये और गरीब-अमीर के बीच खांई बढती गयी, इसी खांई को भरने के लिए संघ और समाजवादी विचारधारा के लोगो ने लगातार संघर्ष किया। उनहोने बताया कि महामहीम उप राज्‍यपाल द्वारा पूर्व ब्‍लाक प्रमुख रामनाथ यादव के मूर्ति का अनावरण करने से समाज में एक नया संदेश गया है।

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