रिपोर्ट
शशिकान्त जायसवाल स्वतंत्र पत्रकार विजन
वाराणसी, ज्ञानवापी मन्दिर के पक्ष में फैसला आने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती “1008” ने कहा कि प्रशासन ने मूल विश्वनाथ की परिक्रमा को रोक दिया लेकिन भगवान् विश्वनाथ ने हमारी परिक्रमा को स्वीकार कर लिया। आज न्यायालय में विश्वनाथ मन्दिर के पक्ष में आया फैसला समस्त सनातनधर्मियों की जीत है। हम समस्त सनातनधर्मियों को इसके निमित्त बधाई देते हैं। पूज्यपाद शङ्कराचार्य जी महाराज ने कहा कि अब मूल विश्वनाथ को लोहे के अवरोध से मुक्त किया जाएगा।व्यास जी का कमरा भी खुलेगा जिसमे ज्योतिर्मठ की ज्योति प्रज्ज्वलित रहती थी। अब पुनः ज्योतिर्मठ की ज्योति प्रज्ज्वलित होगी।