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दूसरे दिन की कथा में श्वेतिमा माधव प्रिया ने किया भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन

भक्ति, प्रेम और धर्म के गूढ़ रहस्यों से श्रोतागण हुए अभिभूत
विश्व की सबसे कम आयु की अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास अपनी 24वीं श्रीमद्भागवत कथा सुना रही हैं

स्वतंत्र पत्रकार विजन
स्वयं शाही

गोरखपुर।
बहार क्लस्टर, सहारा स्टेट, गोरखपुर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन की कथा में अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया ने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनकी दिव्य लीलाओं का भावपूर्ण वर्णन किया।

उनकी वाणी से जैसे-जैसे कथा आगे बढ़ी, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की आस्था और ध्यान गहराता गया। उन्होंने श्रीमद्भागवत के श्लोकों एवं प्रसंगों को जिस सरलता और सहजता से प्रस्तुत किया, वह सभी के लिए अत्यंत प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक सिद्ध हुआ।

श्वेतिमा माधव प्रिया ने कथा के दौरान जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों—धर्म, कर्म और मोक्ष—का इतना सहज उत्तर दिया कि हर श्रोता उनके शब्दों में गहराई से डूबता चला गया। उनकी वाणी में समाहित मिठास और संवेदनशीलता ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया और श्रोताओं को भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में सराबोर कर दिया।

द्वितीय दिवस की कथा केवल धार्मिक ज्ञान का प्रसार नहीं रही, बल्कि श्रोताओं के लिए आत्मचिंतन और आंतरिक शांति का अनुपम अवसर भी बनी। कथा का प्रत्येक क्षण श्रोताओं को अपने जीवन के उद्देश्य पर विचार करने हेतु प्रेरित करता रहा और उन्हें यह बोध कराया कि सच्ची भक्ति और समर्पण ही जीवन का सर्वोच्च धर्म है।

श्वेतिमा माधव प्रिया जी की अद्भुत वाणी और दिव्य कथा-वाचन शैली ने दूसरे दिन की कथा को भी अविस्मरणीय बना दिया। श्रद्धालुओं ने इस दिव्य अनुभव के लिए उनका हृदय से आभार व्यक्त किया और आगामी दिनों की कथा के लिए उत्सुकता जताई।कथा प्रति दिन शाम 5 बजे से हरि इच्छा तक चल रही है।

आयोजक एवं यजमान: अनिल श्रीवास्तव एवं विनीता श्रीवास्तव
कथा संयोजिका: डॉ. सरिता सिंह

विदित हो कि मात्र आठ वर्ष की आयु में ही श्वेतिमा माधव प्रिया अपने आध्यात्मिक ज्ञान और कथा-वाचन से देश-विदेश में प्रसिद्ध हैं।
कथा में आचारी गौरव पाण्डेय काशी,संजय श्रीवास्तव, डा राकेश सिंह,डा प्रेम प्रकाश पाण्डेय,रणविजय सिंह, उदय शंकर ओझा, भानु प्रताप सिंह, राजू सिंह, पुष्पेंद्र शुक्ला, अभिनव जायसवाल, देवेंद्र प्रताप मिश्र, जय प्रकाश श्रीवास्तव और प्रेम कुमार मिश्र ,बाल भक्त सौराष्ट्र— ये सभी अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय और प्रतिष्ठित व्यक्तित्व हैं, जिनके प्रयास समाज के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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