हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे’ महामंत्र संकीर्तन के से शरीर में आने वाला कष्ट भी निष्प्रभ हो जाता संकीर्तनहै और मनुष्यों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं -स्वामी हरिहरानंद जी महाराज
रिपोर्टर मुकेश सिंह स्वतंत्र पत्रकार विजन सुखपुरा(बलिया)। ‘हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण…