दुर्गेश मूर्तिकार
बुझ गया पालिका द्वारा जलाया गया अलाव
सिद्धार्थ नगर। बांसी नगर पालिका के सालीना बजट में अलाव के लिए मोटा रकम दिखलाया जाता है। पिछले वर्ष हरे आम की धूंए भरी लकड़ियां तपाने के बाद इस वर्ष दिसम्बर में ही अलाव के लिए लकड़ियां जला दिया गया था। दिसम्बर के पश्चात जनवरी में तापमान गिरने के बाद पालिका के तरफ से जलने वाली लकड़ियों में भी गिरावट आ गया है। क्षेत्र का मुख्य केंद्र बिंदु होने के कारण आवागमन में हमेशा लोगों की आमद रफ्त होता रहता है। रोडबेज परिसर में दो स्थानों पर एक एक लकड़ी सुलग रहा था, तहसील में एक बोटे की हालत भी यही था। मंगल बाजार में अलाव बुझ गया है कचहरी में एकमात्र बोटे के सामने कुछ लोग ताप रहे थे। इसी तरह मोहल्ला अशोक नगर में स्थित प्रसिद्ध प्राचीन बाऊरहवा बाबा मंदिर पर लकड़ी ना गिरने के कारण वहां के लोग कागज और घर की लकड़ियां जला रहे हैं पेट्रोल पंप तिराहे पर अलाव बुझ चुका है। शेष स्थानों पर भगवान मालिक है। नगरपालिका वासियों के हर दुःख मुसीबत में साथ देने का वायदा करने वाली नपाध्यक्षा वर्तमान में प्रवास पर बाहर गई हुई हैं। नपावासी अपने दुकानों घरों में रखे हुए लकड़ी पोलीथीन और कागज ताप कर ठंडी बीतने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।इस बारे में ठंडी से बचाव के लूरात्रि के समय निकले तहसीलदार राघवेन्द्र पांडेय ने कहा कि कल 02 लोग ठंड से रोडवेज पर कांप रहे थे तो मैंने उनको लाकर तहसील में बने होम सेंटर में सुरक्षित किया है। स्थानीय लोगों में
जय दुबे सचिन त्रिपाठी संदीप सिंह बेचे लाल यादव शिव शंकर श्री राम दुलारे छोटू प्रसाद गोस्वामी आदि लोगों ने नपा प्रशासन से अविलंब अतिरिक्त अलाव जलाए जाने की मांग की है।