रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर। सेना से रिटायर्ड बुजुर्ग फौजी को एसओ द्वारा थाने में पिटाई की गूंज पहुंची एसपी दरबार पहुंच गई। दिल में देश भक्ति का जज्बा रखकर देश की रक्षा के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर करने वाले यदि किसी जवान के साथ बुढ़ापे में थाना परिसर में बदसलूकी हो तो भला पीड़ित खून के आंसू क्यों नहीं रोयंेगा। ऐसा ही एक वाकया नोनहरा थाने में सेना से रिटायर्ड एक 75 वर्षीय बुजुर्ग फौजी के साथ हुआ। अपने आप को साफ-पाक कहने वाले एसओ और थाने के ही एक सिपाही ने रिटायर्ड फौजी को जमीन पर पटकर उसकी डंडे से पिटाई की। खुद के ऊपर हुए बेवजह जुर्म से मर्माहत रिटायर्ड फौजी ने एसओ और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एसपी को पत्र दिया है। पीड़ित ने तो यहां तक चेतावनी दे दी है कि यदि एसपी ने उसे न्याय नहीं दिलाया तो वह सोल्जर बोर्ड आफिस के समक्ष आत्महत्या कर लेगा।
यह है पूरा मामला
नोनहरा थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव निवासी रिटायर्ड फौजी अम्बिका यादव पुत्र स्व. हरि यादव के अनुसार वर्ष 1985 में उसने अपने और खुद के भाई के नाम से गांव में ही एक जमीन का बयानामा कराया था। यह जमीन बालेश्वर सिंह पुत्र बालगोविन्द सिंह की थी। इस जमीन पर बालेश्वर के बेटों ने फर्जी तरीके से चकबंदी में मुकदमा करा दिया है जिसपर सुनवाई चल रही है। इस मामले में 5 जनवरी को सुनवाई की तारीख भी नियत है। बीते 24 दिसम्बर को बालेश्वर के बेटे ने साजिश के तहत थाने में तहरीर दे दी थी जिसपर एसओ विजय प्रताप सिंह ने उसे बुलाया था। वह अपने भाई के बेटे अवधेश के साथ थाने पर गया जहां उसने एसओ को जमीन से सम्बंधित कागजातों को दिखाया। पीड़ित की कहानी उसकी जुबानी पीड़ित अम्बिका यादव के अनुसार जमीन के कागजात दिखते ही एसओ विजय प्रताप सिंह उसपर आग बबूला हो गये और गाली-गलौज देने लगे। यहीं नहीं एसओ ने धमकी भरे लहजे में कहा कि ‘नेता कम बनो नही तो बुढ़ौती खराब कर दूंगा’। इतना होने के बाद भी जब मैने सफाई में कुछ कहने की कोशिश की तो एसओ ने थप्पड़ मार दिया और वहां पास ही खड़े सिपाही प्रकाश यादव ने डंडे से उसपर प्रहार करना शुरु कर दिया। इस दौरान रिटायर्ड बुजुर्ग फौजी जमीन पर गिर गया फिर भी सिपाही को उसपर जरा सा भी तरस नहीं आया और वह डंडे से उसे पीटता रहा। इस घटना को मौके पर मौजूद अन्य फरियादियों ने भी देखा।
एसओ ने दिखाया एक तरफा रुख पीड़ित के अनुसार एसओ ने उसके केस में एक पक्षीय कार्रवाई करने की ठान ली है। इसी लिए घटना के दिन दोनों पक्षों को बुलाया गया, लेकिन सिर्फ उसे ही पीटकर 151 के तहत चालान किया गया। दूसरे पक्ष के लोग चुपचाप तमाशा देख रहे है। उन्हें एसओ ने कुछ नहीं कहा। इससे जाहिर हो रहा है कि उसके विपक्षियों से एसओ मिले हुए है। इसलिए वह एक तरफा कार्रवाई करने का प्रयास कर रहे है।
जमीन से जुड़े मामले में एसओ ने क्यों किया हस्तक्षेप
सेना से रिटायर्ड बुजुर्ग फौजी अम्बिका यादव ने कहा कि उनका मामला चकबंदी न्यायालय में लम्बित है। उनके मामले में आगामी 5 जनवरी को सुनवाई होनी है। ऐसे में एसओ को इस मामले में हस्तक्षेप ही नहीं करना चाहिए था, लेकिन वह दूसरे पक्ष से मिल गये है। इसलिए उन्होंने गैर कानूनी कदम उठाया है।
पीड़ित ने दी आत्महत्या की चेतावनी
एसओ नोनहरा और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पीड़ित ने एसपी को प्रार्थनापत्र दे दिया है। इस पत्र में पीड़ित ने साफ शब्दों में अंकित किया है कि यदि एसपी के स्तर से उसे न्याय नहीं मिला तो वह सोल्जर बोर्ड आफिस के समक्ष आत्महत्या करने के लिए विवश हो जायेगा।
उक्त प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी मुहम्मदाबाद द्वारा की जा रही है बाद जांच नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी ।