उनकी तरह सफाई कौन देगा
मजबूरीयों की दुहाई कौन देगा
सब के सब तलवा चाटने वाले बैठे
सच के लिए अब गवाही कौन देगा
घर मां थी कहती थी ले मेरा कंबल ओढ़ ले
अब इस परदेश में मुझको रजाई कौन देगा
सरफरोशी नहीं सिर्फ फरेबी ठहरे लोग
अपने आगे इन्हे दिखाई कौन देगा
सबकी तमन्ना है कि मैं भी सबकी की तरह दिखूं
यार फिर मेरी तरफ इस जहां में दिखाई कौन देगा
……………Priyanka Pandey……………