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निघासन क्षेत्र के बम्हनपुर कस्बे में आयोजित हो रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में पहुंचे देव संस्कृति विश्विद्यालय के प्रति कुलपति ने की प्राण प्रतिष्ठा
विमल मिश्रा
स्वतंत्र पत्रकार विजन
लखीमपुर खीरी।
जनपद लखीमपुर की निघासन तहसील के बम्हनपुर कस्बे में चल रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में पहुंचे देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉक्टर चिन्मय पंड्या ने गायत्री शक्तिपीठ में प्राण प्रतिष्ठा की। उसके बाद उन्होंने सिद्ध पीठ गायत्री चेतना केंद्र पहुंचकर लोगों से मुलाकात की।
रामाधीन इंटर कालेज में आयोजित 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन पहुंचे शांतिकुंज हरिद्वार के देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉक्टर चिन्मय पंड्या ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सोई हुई भावना को जगाने का काम गायत्री मंत्र करता है। जीवन की परेशानी लेकर आए लोगों को यज्ञ से शांति मिलती है। भारत की परंपरा रही है दूसरों के दुखों को हरना। उन्होंने कहा कि तेजस्वी व्यक्ति जहां पर दीपक की भांति बैठ जाता है। वह अपना प्रकाश उसी जगह फैलाने लगता है। जिस स्थान पर आपको गुणों का अनुभव होता है वह स्थान आपके जीवन में देवत्व लाता है। डॉ चिन्मय पंड्या के उद्बोधन कार्यक्रम के बाद यज्ञ में आहुति डाली गई। सुबह पौने नौ बजे पहुंचे पंड्या ने सबसे पहले गायत्री मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की। उसके बाद आयोजक देशराज राठौर के सिद्ध पीठ गायत्री चेतना केंद्र रामपुर गए जहां कार्यकर्ताओं ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया। डॉक्टर चिन्मय पंड्या ने कार्यकर्ताओं को उत्साह वर्धन करते हुए उन्हें सम्मानित किया। डॉक्टर चिन्मय पंड्या से सम्मान पाने वाले में अमनदीप सिंह ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि, प्रज्ञानंद श्रीवास्तव, आयोजक देशराज राठौर, रविंद्र राठौर, मोमराज, विकास गुप्ता, विवेकानंद मौर्य तथा आशीष गुप्ता सहित तमाम लोग शामिल रहे।