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डॉ0 राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी आयोजित हुई

रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन

गाजीपुर। आज समाजवादी पार्टी के तत्वाधान में जिलाध्यक्ष गोपाल यादव की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय समता भवन पर देश के समाजवादी पुरोधा रहे, समाजवादी विचारक एवं चिन्तक ,स्वतंत्रता-संग्राम के प्रमुख सेनानी, अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले तथा भारत में गैर कांग्रेस वाद के शिल्पी रहे डॉ राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी आयोजित हुई ।
गोष्ठी आरंभ होने के पूर्व सभी कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देश में समता मूलक समाज बनाने एवं आज की राजनीति में बढ़ रहे कुरीतियों एवं कुप्रथाओं के साथ साथ देश पर हुकूमत कर रही दमनकारी सरकार को बेदखल करने और‌ उसके खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया ।
इस गोष्ठी में तमाम वक्ताओं ने लोहिया जी के द्वारा समय समय परदिये गये नारे “जाति तोड़ो समाज जोड़ों,”जिन्दा कौमें पांच साल का इन्तजार नहीं करती,”जब तक भूखा इंसान रहेगा,तब तक धरती पर तुफान रहेगा , “जब सड़कें सूनी हो जाती है तो संसद आवारा हो जाती है,” पर भारतीय राजनीति पर पड़े प्रभाव की गंभीर रूप से चर्चा करते हुए लोहिया जी को अंग्रेजों भारत छोड़ो आन्दोलन का महानायक बताया।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने श्रद्धाजंलि‌अर्पित करते हुए कहा कि लोहिया जी आजीवन सदियों से वंचित, शोषित, पीड़ित समाज के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने के लिए संघर्ष करते रहे।उनका त्याग और उनका संघर्ष हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं। हमें उनके बताए रास्ते पर चलकर देश की सत्ता पर हुकूमत कर रही दमनकारी, तानाशाह भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि
आज देश के वर्तमान राजनैतिक दौर में जब जातिवाद और सम्प्रदायवाद चरम सीमा पर है , जब जातिवाद, साम्प्रदायिकता का नंगा नाच हो रहा हो और वर्तमान हुकूमत लोकतंत्र और संविधान की भावनाओं को कुचलने में लगी हो ऐसे दौर में डा. लोहिया जी पुनः प्रासंगिक हो उठे हैं ।उन्होंने कहा कि डॉ लोहिया जी सामाजिक न्याय की लड़ाई के महान योद्धा थे । सामाजिक न्याय की वकालत करते हुए लोहिया जी ने”संसोपा ने बांधी गांठ -सौ में पिछड़े पांवें साठ” का नारा दिया था । इस देश के समाजवादी आंदोलन का मुख्य सार ही सामाजिक न्याय रहा है । समाजवादी आंदोलन के सभी नेताओं ने चाहे वह बड़ी जाति के रहे हो या पिछड़ी जाति के सभी ने इस देश के सभी गरीबों और पिछड़ों को विशेष सुविधा प्रदान कर उन्हें आगे बढ़ाने की वकालत की थी । लोहिया जी का सपना था कि देश से जाति प्रथा समाप्त कर ऐसा समाज बनाया जाय जिसमें सभी को सामाजिक और आर्थिक समानता प्राप्त हो ।
पुर्व जिलाध्यक्ष सुदर्शन यादव ने विचार गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ लोहिया देश में अंग्रेजी हटाओ आन्दोलन के प्रणेता थे, वह इस मुद्दे पर बेबाक राय रखते थे, स्वभाषा (हिंदी) उनके लिए कोई राजनैतिक मुद्दा नहीं था, वह इसके सहारे देश के लाखों करोड़ों लोगों को हीन ग्रंथि से उबारकर उनके अन्दर स्वाभिमान भरने का सपना था ।
डॉ लोहिया न केवल गंभीर चिंतक थे बल्कि वह सच्चे कर्मवीर थे ।
पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य रामधारी यादव ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डॉ लोहिया ही थे जो राजनीति में शुचिता और शुद्ध आचरण की बात करते थे । आज राजनीति में जाति,धर्म, पूंजी,बाहुबल,के बढ़ते दखल से भी राजनीति का रास्ता काफी टेढ़ा मेढ़ा हो गया है । आज हम सभी को डॉ लोहिया जी को याद करते हुए राजनीति में शुचिता और नैतिकता स्थापित करने के लिए संघर्ष करने का संकल्प लेने की जरूरत है । यही हमारी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
इस गोष्ठी में मुख्य रूप से, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ नन्हकू यादव, अरुण कुमार श्रीवास्तव, राम जी राय, रविन्द्र प्रताप यादव, डॉ सीमा यादव, नगर अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव,तहसीन अहमद, कन्हैयालाल विश्वकर्मा,राजेंद्र यादव, अवधेश यादव उर्फ राजू यादव, कमलेश यादव,सुबच्चन यादव,सदानंद यादव, सुनील यादव, मो.जुम्मन,आत्मा यादव, विजय शंकर यादव,मारकन्डेय यादव,सत्या यादव ,जमुना यादव,केसरी यादव, कैलाश नाथ यादव,, नफीसा बेगम,रीता विश्वकर्मा,रीना यादव,कंचन रावत,सतिराम यादव,वैजू यादव,विंध्याचल यादव, प्रभु नाथ राम रामदरश पाल, श्यामा यादव,अम्बिका यादव राजेश कुमार यादव,सुनीता यादव रामविजय चौहान, राजेश यादव, दारा यादव,राजेश गोड़, जयराम यादव अशोक यादव राजकिशोर यादव, द्वारिका यादव,
इस गोष्ठी का संचालन जिला सचिव एवं मीडिया प्रभारी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने किया।

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