दुर्गेश मुर्तिकार
बड़ी संख्या में लोगों की रही सहभागिता
सिद्धार्थ नगर बांसी। 28 सितंबर को इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, ईद ए मिलाद उन नबी तीसरे महीने में रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन मनाए जाने वाले त्यौहार को क्षेत्र में गाजे बाजे के साथ जुलूस निकाल कर मनाया गया। इस दौरान दर्जनों गांवों से आए सैकड़ों गाड़ियों के काफिले को संतुलित करने के लिए बांसी पुलिस को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा। जुलूस शांति पूर्वक संपन्न हो गया।माना जाता है कि इसी दिन पैगंबर हजरत मुहम्मद का जन्म हुआ था। इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए ये काफी महत्वपूर्ण पर्व है। सुन्नी मतावलंबियों द्वारा बांसी क्षेत्र के अनेकों गांवों से पिकअप,आटो, बैट्री का आटो ट्रैक्टर ट्राली पर बैठे बड़ी संख्या में उम्मती और ठेला आदि पर अपने आस्था के अनुसार सजावट करके मंगल बाजार आब्दी चौराहा, कोतवाली मोड़ होकर जुलूस को नरकटहा में समापन किया गया। जुलूस में डीजे के आवाज की धमाल मची रही।अपराह्न 11 बजे से ही इक्का दुक्का जुलूस का वाहन आने लगा, दोपहर बाद 01.40 से जुलूस वाली गाडियों की संख्या में भारी वृद्धि हो गई।इस दौरान पुलिस बल को काफी मेहनत व मशक्कत का सामना करना पड़ा जुलूस का आमद 02,50 तक रहा।आब्दी गली के पास जूलूस ले जाने के लिए पुलिस को विशेष सतर्क होना पड़ा। उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, क्षेत्राधिकारी देवी गुलाम सिंह,कोतवाली प्रभारी अनुज कुमार सिंह, एलआईयू इंस्पेक्टर,नायब तहसीलदार अमित कुमार सिंह के अलावा थाने के सभी एसआई हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल व महिला पुलिस बल द्वारा मोर्चा संभाला गया। वाहनों में कुछ वाहनों को आब्दी गली से होते हुए सर्राफा मार्केट डा. सीएस गली पुरानी कचहरी मोड़ होते हुए कोतवाली मोड़ से हाइवे पकड़कर नरकटहा का रास्ता पकडवाया गया और कुछ को बंधे के रास्ते होते हुए हाइवे से पुरानी कचहरी मोड़ पर मिल गए। जगह जगह पानी खुरमा बिस्कुट की व्यवस्था लोगों के द्वारा किया गया था।