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लखीमपुर में पहली बार किसी महिला को मिला थाने का चार्ज,श्रद्धा सिंह बनीं निघासन थानाध्यक्ष

*जनपदवासियों के लिए गौरव का क्षण,खासकर आधी आबादी के लिए

विमल मिश्रा
स्वतंत्र पत्रकार विजन

लखीमपुर खीरी।
सम्पूर्ण जनपद के लिए यह गौरव का दिन है।सितम्बर माह की यह 27 तारीख हमेशा याद की जाएगी।जिले के पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा ने शासन के आदेश को अमलीजामा पहनाने में जरा सी भी देर नहीं लगाई।आजादी के बाद इस जिले ने एक इतिहास रचा है।शासन की मंशा थी।लेकिन जिस तरह से कप्तान साहब ने शासन की मंशा पर अपनी त्वरित अनुशंसा कर शासन की मंशा को अपने जिले में अमलीजामा पहनाया,वह एक मिसाल है।इसी जिले में कई महिला आईएएस और आईपीएस डीएम और एसपी की भूमिका का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुकी हैं।पीसीएस और पीपीएस में भी यह देखा जा चुका है।लेकिन पुलिस उपनिरीक्षक/निरीक्षक में यह पहली बार हुआ है।अभी तक महिला उपनिरीक्षक/निरीक्षकों को सिर्फ महिला थाने के प्रभार तक ही सीमित रखा जाता था।लेकिन 27 तारीख को जो हुआ वह बहुत पहले हो जाना चाहिए था।इसके लिए निघासन कोतवाली को चुना जाना यहां के लोगों के गौरव को और भी बढ़ाता है।निघासन की नवनियुक्त थानाध्यक्ष महोदया को हृदय से बधाई।आपको अब एक राह दिखानी है।ऐसी राह कि आने वाले समय मे आपकी तरह और भी बहनों को आपकी थाना/कोतवाली का चार्ज मिले।आपके ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।बहुत उम्मीदें हैं।महिला थाना से इतर आप जिले की प्रथम महिला थानाध्यक्ष के रूप में जिले का गौरव बढ़ाएं और एक आदर्श स्थापित करें,ऐसी पूरे जिले की इच्छा है।सबको उम्मीद भी है कि ऐसा ही होगा।

डीएम और एसपी की पत्नी भी प्रफुल्लित,नवनियुक्त थानाध्यक्ष को बुके देकर दी बधाई
जिले में जैसे ही जिले की प्रथम महिला थानाध्यक्ष के रूप में महिला उपनिरीक्षक श्रद्धा सिंह को निघासन थानाध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई,आम लोगों के साथ-साथ जिले के डीएम महेन्द्र बहादुर सिंह की पत्नी/आकांक्षा समिति की अध्यक्ष अल्पना सिंह तथा एसपी गणेश प्रसाद साहा की पत्नी/वामा सारथी की अध्यक्ष डॉक्टर कोमल सिंह भी अपनी खुशी रोक नहीं पाईं और तुरन्त नवनियुक्त थानाध्यक्ष श्रद्धा सिंह से मिलकर उन्हें बुके देकर बधाई और शुभकामनाएं दीं।

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