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जसनगर के किसानों की दर्जनों एकड़ कृषि भूमि मोहाना नदी में समाई

विमल मिश्रा
स्वतंत्र पत्रकार विजन

लखीमपुर खीरी।
जिले की तहसील निघासन के जसनगर में मोहाना नदी की कटान रूपी तबाही ने किसानों में हड़कंप मचा रखा है।मोहाना नदी भीषण कटान कर दर्जनों एकड़ कृषि योग्य भूमि लगातार लीलती जा रही है।पड़ोसी देश नेपाल की सीमा में बहने वाली नेपाली मोहाना नदी भीषण कटान कर भारतीय सीमा में तबाही मचा रही है।ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
तिकुनिया के तराई क्षेत्र में बह रही मोहाना नदी ने विकराल रूप ले लिया है।मोहाना ग्राम जसनगर की कृषि भूमि को लगातार निगल रही है।मोहाना ने किसानों की नींद उड़ा कर रख दी है। लगातार हो रहे कटान के चलते किसानों की दर्जनों एकड़ गन्ना व धान की फसलें मोहाना में समाहित हो चुकी हैं।बाकी किसानों को अपनी कृषि योग्य भूमि की चिंता सता रही है।ग्रामीणों का कहना है कि जिस प्रकार मोहाना नदी खेतों में खड़ी फसलों और जमीन का कटान कर रही है उससे तो लगता है कि अब उनके पास कुछ भी नहीं बचेगा।शासन-प्रशासन लगातार इस समस्या को नजरअंदाज कर उनकी तबाही का इंतजार कर रहा है।
किसान श्रीकृष्ण मौर्या ने बताया कि नदी ने विकराल रूप ले लिया है।जमीने कट रही है।यहां कोई भी जन प्रतिनिधि या अधिकारी देखने तक नही आये हैं।सरकार से हमारी मांग है कि इसका समाधान किया जाए जिससे हम लोग अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें।ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार मांग के बावजूद भी आज तक कटान से बचाने के लिए कोई भी ठोस उपाय नहीं हुए। शासन-प्रशासन कोई ठोस उपाय करता तो आज यह मंजर नहीं होता।ब्रजमोहन, शिव लाल, खुशीराम, सतीश, रामावती, रामसहाय, जगदीश आदि दर्जनों किसानों ने प्रशासन से बचाव कार्य शुरू कराने की मांग की है।
इस संबंध में तहसीलदार भीमचंद ने बताया कि लेखपाल द्वारा कल ही जानकारी मिली है।टीम भेजकर सर्वे कराया जाएगा।

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