कमलाकर मिश्र की रिर्पोट-
देवरिया-यातायात नियमों का पालन घर के बड़े-बुजुर्ग करें, बच्चे उनके आचरण से सबक सीख लेंगे। सड़क हादसों को रोकने के लिए बेसिक सेफ्टी नॉर्म्स का पालन करें, दुर्घटनाएं स्वतः कम हो जाएंगी। सड़क सुरक्षा नियमों के पालन से जीवन सुरक्षित रहेगा।
यह बातें जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने एनपीएस पब्लिक स्कूल में सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कही।जिलाधिकारी ने कहा कि शायद ही कोई ऐसा दिन जाता हो जिस दिन अखबारों में सड़क हादसों का जिक्र न हो। भारत में प्रति घण्टे 15 लोगों की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होती है और इसके तिगुने लोग घायल होते हैं। सड़क दुर्घटना में मौत होने के कई प्रकरणों की जानकारी होने बाद भी बड़ी संख्या में लोग यातायात नियमों का पालन नहीं करते। उन्होंने कहा कि लोग जितना जागरूक स्मार्टफोन में स्क्रीनगार्ड लगाने के लिए रहते हैं यदि उतनी ही जागरूकता सीट बेल्ट एवं हेल्मेट पहनने में दिखाए तो सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत आधी हो जाएगी।
जिलाधिकारी ने स्कूल बसों के चालक-परिचालकों के साथ भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा बस चालकों के हाथों में है। यदि वे निर्धारित यातायात मानकों का पालन करेंगे तो कभी दुर्घटना नहीं होगी।
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ राजेश सोनकर ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस की पहली प्राथमिकता यातायात को सुचारू रूप से चलायमान रखने की होती है। लोग नियत स्थान पर वाहनों की पार्किंग करें। ओवर स्पीडिंग न करें। ड्राइविंग करते समय मोबाइल से बात न करें। रोड संकेतकों का पालन करें।एआरटीओ आशुतोष शुक्ला ने यातायात नियमों का पालन करने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल के छात्रों ने नाटक के माध्यम से जेब्रा क्रॉसिंग, ट्रैफिक सिग्नल, लाइसेंस, हेल्मेट, रोड संकेतक आदि के विषय में जागरूकता का संदेश दिया। उपस्थित समस्त लोगों में सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा से संबंधित पर्ची का वितरण भी किया गया।। इससे पूर्व कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
इस अवसर पर डीआईओएस विनोद कुमार राय, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी आरके सिंह बीएसए हरिश्चंद्रनाथ, विद्यालय के प्रबंधक संजय शंकर मिश्रा, प्रिंसिपल मृदुला सिंह समेत विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।