कुलपति प्रो. जे.पी. सैनी ने किया भूमि पूजन, परीक्षा व्यवस्था को मिलेगी नई मजबूती
स्वयं शाही
स्वतंत्र पत्रकार विज़न
जनपद गोरखपुर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी), गोरखपुर में परीक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। विश्वविद्यालय परिसर में सोमवार को पृथक परीक्षा भवन के निर्माण कार्य हेतु विधिवत भूमि पूजन संपन्न हुआ। कुलपति प्रो. जे.पी. सैनी ने पारंपरिक वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजन–हवन कर निर्माण प्रक्रिया का शुभारंभ किया।इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. शिव प्रकाश, कार्यवाहक कुलसचिव प्रो. जय प्रकाश, अधिष्ठाता अवस्थापना प्रो. ए.के. मिश्र, परियोजना अधिकारी डॉ. स्नेहा गुप्ता, सह अधिष्ठाता डॉ. मदन चंद्र मौर्य, श्री आर.डी. पटेल, डॉ. हरीश चंद्र सहित कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि डॉ. अशोक कुमार व अन्य सहयोगी उपस्थित रहे।करीब 8.63 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस आधुनिक परीक्षा भवन का कुल निर्मित क्षेत्रफल लगभग 12,000 वर्ग फुट होगा। यह निर्माण विश्वविद्यालय अपनी बचत राशि से कराएगा। अब तक परीक्षा अनुभाग के लिए कोई पृथक भवन न होने के कारण विभिन्न विभागों के कमरों का उपयोग किया जा रहा था, जिससे समन्वय और स्थान की समस्या बनी रहती थी। विद्यार्थियों की संख्या में पिछले एक दशक में हुई उल्लेखनीय वृद्धि को देखते हुए इस भवन की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी।नवीन परीक्षा भवन चार मंजिला होगा और इसमें लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध रहेगी। स्टोर रूम को छोड़कर भवन के सभी कक्ष केंद्रीयकृत वातानुकूलन से युक्त होंगे। सुरक्षा के लिहाज से भवन में सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन उपकरण, अलग चारदीवारी और मुख्य गेट का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा।भवन में परीक्षा नियंत्रक कार्यालय, नई और पुरानी उत्तरपुस्तिकाओं के लिए अलग-अलग बड़े स्टोर, स्ट्रांग रूम, कंप्यूटर कक्ष, प्रिंटिंग रूम तथा अन्य अधिकारियों के लिए केबिन बनाए जाएंगे। यह भवन वर्तमान लेक्चर हॉल कॉम्प्लेक्स के समीप खाली भूमि पर निर्मित किया जा रहा है।नए परीक्षा भवन के निर्माण से विश्वविद्यालय की परीक्षा व्यवस्था अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सुचारू होने की उम्मीद है, जिससे छात्रों और प्रशासन—दोनों को बड़ी सुविधा मिलेगी।

