स्वतंत्र पत्रकार विजन
संवाददाता
वाराणसी विगत 4 सितंबर को टेलिफोनिक वार्तालाप में सीएमएस पंडित दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल में डेंगू के मरीज भागता हुआ शिकायत दर्ज करने आया कि बीच रास्ते में मीडिया कर्मी से मुलाकात हो गई फिर क्या था? कहां जा रहे हो दौड़ते हुए भैया शिकायत दर्ज करने जा रहा हूं क्या शिकायत है आपका भाई तब उसने बताया हम अपने मरीज को हफ्तों से इस अस्पताल में भर्ती हैं और एक दम एसी बंद पड़ा हुआ है इस संदर्भ में कार्यालय अधीक्षक को पहले भी अवगत कराया जा चुका है परंतु उनके कानों पर जू तक नहीं रेंगता है कि मेंन पावर की कमी है सच यह है कि कार्यालय अधीक्षक इधर-उधर की बात भटकाते हुए अपना उल्लू सीधा करने में लगे हुए हैं जैसा की मेडिकल वार्ड में लगभग 54, 55 मरीज हैं और उनकी देखरेख एक स्टाफ से संभव है जबकि एक स्टाफ उसी दिन छुट्टी पर है ऐसे में किसी भी एक स्टाफ से कभी भी मरीजों की देखभाल ढंग से नहीं हो सकता। और मरीज परेशान हाल मे रहता है साथ ही साथ जहां स्टाफ नर्स बैठी हैं वहां का दरवाजा छत-विक्षत और बाथरूम में गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिसे कार्यालय अधीक्षक खूब जानते हैं परंतु उस पर ध्यान नहीं जाता है क्या कारण यह है कि एकदम यह चुप्पी साधे रहते हैं इस बात को वह खूब जानते हैं की इसका कारण क्या है? इस संदर्भ में सीएमओ वाराणसी को भी अवगत कराया गया तो वह भी इसी टेलिफोनिक वार्तालाप को खूबसूरती के साथ टाल दिए कोई जवाब तक नहीं दिए और नहीं यह जानने की कोशिश किए की अस्पताल का हाल क्यों इतना बतर है नहीं सीएमएस से कोई गंभीर जानकारी लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल दिनों दिन गर्त मे जा रहा है इस पर उच्चाधिकारियों का कोई ध्यान नहीं जा रहा है

