विश्व की सबसे कम आयु की अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया करेंगी कथा वाचन
स्वतंत्र पत्रकार विजन
स्वयं शाही
गोरखपुर।
गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में आगामी संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजिका डॉ. सरिता सिंह, वरिष्ठ समाजसेविका एड. पूजा गुप्ता, डॉ. राकेश सिंह एवं नीतेश शुक्ला ने संयुक्त रूप से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह भव्य आयोजन 12 सितम्बर से 18 सितम्बर 2025 तक बहार क्लस्टर – 4 पार्क, सहारा स्टेट, रामपुर, गोरखपुर में होगा।
📅 भव्य कलश यात्रा – 12 सितम्बर, प्रातः 7:00 बजे से
📖 कथा समय – प्रतिदिन सायं 5:00 बजे से हरि इच्छा तक
🍲 महाप्रसाद एवं विशाल भंडारा – 18 सितम्बर, सायं 8:00 बजे से
मुख्य आकर्षण
पत्रकार वार्ता में बताया गया कि इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता होगी विश्व की सबसे कम आयु की अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया द्वारा संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का वाचन। वे अपनी मधुर वाणी से भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीलाओं और श्रीमद्भागवत महापुराण का अमृतपान कराएँगी।
कथा कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण
12 सितम्बर (शुक्रवार) – कलश यात्रा एवं भागवत महात्म्य
13 सितम्बर (शनिवार) – मंगलाचरण, कुर्ति सूची, भीष्म स्तुति, श्री शुकदेव जी का आगमन
14 सितम्बर (रविवार) – कपिलोपाख्यान, शिव चरित्र, ध्रुव चरित्र
15 सितम्बर (सोमवार) – प्रह्लाद चरित्र, वामन अवतार, श्रीराम जन्मोत्सव एवं कृष्ण जन्मोत्सव, दिव्य झांकी
16 सितम्बर (मंगलवार) – बाल लीलाएं, माखन चोरी, गोवर्धन पूजा
17 सितम्बर (बुधवार) – रुक्मिणी विवाह एवं रसपंचाध्यायी, दिव्य झांकी
18 सितम्बर (गुरुवार) – सुदामा चरित्र, दिव्य झांकी, भगवान श्रीकृष्ण का पावन भागवत समापन, हवन
आयोजन समिति एवं यजमान
पत्रकार वार्ता में बताया गया कि इस कथा यज्ञ के आयोजक एवं यजमान श्री अनिल श्रीवास्तव एवं श्रीमती विनीता श्रीवास्तव हैं। आयोजन में राशांक सेल्स का विशेष सहयोग रहेगा।
संयोजकों के विचार
डॉ. सरिता सिंह (संयोजिका) – “भागवत कथा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने और सद्भाव का संदेश देने का अवसर है।”
एड. पूजा गुप्ता – “यह आयोजन गोरखपुर की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को गौरव प्रदान करेगा।”
डॉ. राकेश सिंह – “सात दिवसीय कथा में प्रतिदिन भजन, कीर्तन और दिव्य प्रवचन होंगे।”
नीतेश शुक्ला – “हम चाहते हैं कि गोरखपुर व आसपास के सभी श्रद्धालु इसमें अधिक से अधिक संख्या में भाग लें।
आयोजन समिति ने गोरखपुर एवं आसपास के श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस दिव्य कथा में सम्मिलित होकर भक्ति-रस का आनंद प्राप्त करें और 18 सितम्बर को होने वाले महाप्रसाद का लाभ लें।

