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उपभोक्ताओं ने पुराने मीटर में स्टोर किया था रीडिंग, स्मार्ट मीटर लगने पर हकीकत आई सामने

स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव

गाजीपुर। नगर में बड़े स्तर पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं,जिसमें अधिकतर विद्युत उपभोक्ताओं ने मीटर रीडरों से साठगांठ करके मीटर में रीडिंग स्टोर कराए है जो नियम के विरुद्ध है। इस मामले में अधिशाषी अभियंता नगर आशीष शर्मा ने बताया कि विभाग द्वारा जब स्टोर रीडिंग का पैसा चार्ज करके बिल भेजा तो उपभोक्ताओं ने अपने को बचने के लिए विभाग पर लगाया बिल सही नहीं करने का आरोप। वही
जब स्मार्ट मीटर लगाने के बाद स्टोर रीडिंग को चार्ज किया गया तो स्टोर रीडिंग वाले उपभोक्ताओं की बेचैनी बढ़ गई जिसमें विभाग के तरफ से स्टोर रीडिंग चार्ज का तो बिल संशोधन होने की कोई उम्मीद भी नहीं है, क्योंकि जो भी ऐसे उपभोक्ता का स्टोर रीडिंग का पैसा स्मार्ट मीटर में चार्ज किया गया है उसका संशोधन सिस्टम से नहीं होता है। वही जिन भी उपभोक्ताओं का स्टोर रीडिंग पोस्ट किया गया है बकायदे जीएमआर कंपनी के माध्यम से उस पुराने मीटर के साथ ही साथ स्टोर रीडिंग को विभागीय पोर्टल पर टैग किया गया है जिसमे उपभोक्ता भी अपना स्टोर रीडिंग संबंधित डिविजन ऑफिस में आकर देख सकते है। उन्होंने यह भी बताया कि जितने भी उपभोक्ताओं का स्मार्ट मीटर लगा है और उनकी पुरानी रीडिंग स्टोर चार्ज किया गया है वैसे उपभोक्ताओं की सूची बनाई जा रही है जो इन लोगो के ऊपर लगभग 50 लाख से ऊपर का बिल भी बकाया पड़ा हुआ है स्टोर रीडिंग चार्ज का। जिसको वसूलने के लिए लगातार विजिलेंस चेकिंग कराई जा रही है फिर भी कुछ ऐसे उपभोक्ता समझने का प्रयास नहीं कर रहे है। अगर एकमुश्त समाधान योजना में ये लोग अपना बिल जमा नहीं करते है तो इन लोगो के खिलाफ बकाया बिल पर विद्युत धारा अधिनियम 138 बी में बकाया पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी एवं राजस्व विभाग द्वारा आरसी भेजकर विभाग का बकाया एक एक पैसा वसूल किया जाएगा। वही स्टोर रीडिंग करने पर दो दर्जन से अधिक मीटर रीडरों को कार्यमुक्त किया गया है,वही लगातार ऐसे कार्य में लिप्त मीटर रीडरों को चिन्हित करके लगातार कार्यवाही आगे भी की जाएगी। वही ऐसे उपभोक्ता लोग अपना स्टोर रीडिंग का पैसा जमा नहीं करते है तो बहुत जल्द ही विभाग द्वारा कुर्क की कार्यवाही भी की जाएगी।

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