स्वतंत्र पत्रकार विजन
संवाददाता
नई दिल्ली
धरा धाम इंटरनेशनल और देवनागरी उत्थान फाउंडेशन एवं एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के तत्त्वाधान में थाईलैंड में अयोजित होने वाले पांच दिवसीय विश्व हिंदी सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह में सैकड़ों आवेदनों में से कुछ विभूतियों का चयन हुआ है ।इन्हीं विभूतियों में उत्तर प्रदेश के प्रताप गढ़ निवासी डा. विनय श्रीवास्तव एवं बेंगलूरू ख्यातिलब्ध शिक्षिका चारुमति देसाई का नाम अंतर्राष्ट्रीय सम्मान के लिए चयन किया गया है।
विदित हो कि डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव हिंदी से पी.एच.डी करने के बाद वरिष्ठ प्रवक्ता के रूप में 2023 में सेवानिवृत हो चुके हैं, परंतु हिंदी के प्रति अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया और अभी भी हिंदी के प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता लेखक कवि के रूप में इनका नाम अग्रणी है, जिनके कार्यों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने कई बार इनको आदर्श शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया और कई सम्मानों की श्रेणी में यह आज भी खड़े हैं। इनको विभिन्न संस्थाओं द्वारा पूर्ण सदस्यता और आजीवन सदस्यता प्राप्त हुआ है ।
साथ ही साथ चारूमति देसाई हिंदी शिक्षण में नव – परिवर्तन हेतु अग्रणी भूमिका निभा रही हैं l पिछले 28 वर्षों से बेंगलुरू में हिंदी शिक्षण के रूप में सेवाएं प्रदान कर, वह हिंदी को सरल ,आकर्षक और नवीन पद्धतियों से जोड़ने के लिए देश-भर में 75 से अधिक कार्यशालाओं का आयोजन कर चुकी हैं, जिसमें 3000 से अधिक देश- विदेश के शिक्षकों को नई शिक्षा पद्धति से परिचित करा चुकी हैं। चारूमति देसाई का विश्वास है कि रटंत शिक्षा की परंपरा से हट करके हिंदी को मनोरंजन, प्रभावशाली और उच्च संचार और उच्च स्तरीय चिंतन की तरफ अग्रसर होना चाहिए l