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मृत्यु के भय से मुक्त करने वाला है श्रीमद भागवत कथा – साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया

स्वतंत्र पत्रकार विजन
संवाददाता

गढवा झारखंड

श्री जानकीबाग, बिंद टोला नवादा में आयोजित गोरखधाम की आठ वर्षीय साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया ने दोपहर में शोभा यात्रा निकाल कर श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ किया। उन्होंने सर्वप्रथम मां सरस्वती का वंदन किया, तत्पश्चात उन्होंने भागवत पुराण की कथा प्रारंभ की। उन्होंने कथा का महात्व का वर्णन किया कि कथा” का मतलब होता है कि “क” माने सुख या परमात्मा के सान्निध्य में निवास के सुख की अनुभूति “था” माने स्थापित करा दे वह “कथा” है। तात्पर्य जो जगत् मे रहने पर परमात्मा की अनुभूति की स्थपना करा दे या परमात्मा के तत्व का ज्ञान कराकर परमात्मा से सम्बन्ध जोड़ दे एवं शरीर त्यागने पर उन परमात्मा के दिव्य सान्निध्य में पहुँचाकर परमात्मा की सायुज्य मुक्ति यानी प्रभु के श्रीचरणों में विलय करा दे उसे “कथा’ कहते हैं।इसके साथ-साथ श्रीमद्भागवत कथा का अर्थ है कि जो श्री वैष्णव भक्ति का उद्गम ग्रन्थ हो उसे श्रीमद्भागवत कहते हैं।श्री वैष्णव भक्ति का उद्गम ग्रंथ है।
उन्होंने कहा कि भगवत् रस सिन्धु है ।भगवत् तत्त्व को प्रभासित करने वाला अलौकिक प्रकाशपुंज है ।
यह श्रीमद् भागवत कथा भगवान् का वाङ्मयस्वरूप है अथवा यह श्रीमद् भागवत भगवान् की प्रत्यक्ष मूर्ति है । मौके पर बड़ी संख्या में श्रृद्धालु मौजूद थे, आठ वर्षीय साध्वी द्वारा भागवत कथा का वाचन सुन कर लोग भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे थे। साध्वी के साथ धराधाम अंतराष्ट्रीय सेवा संस्थान के डॉक्टर सौरभ पांडेय जी, समाजसेविका डॉक्टर रागिनी पाण्डेय, आचार्य गौरव पांडेय, तबला वादक मदन मोहन मालवीय, भजन गायक सुमित दुबे, बाल भक्त सौराष्ट्र, पंडित हर्ष, पुरूषोतम चंदेल, श्याम देव बिंद, नागेंद्र बिंद, नीरज श्रीधर, आलोक त्रिपाठी, राजेश सिंह, मिथिलेश दुबे, सोनू तिवारी, जयंत पांडे उपस्थित थे।

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