स्वतंत्र पत्रकार विजन
राकेश चौरसिया
मुख्य मंत्री के गृह जनपद में एक ऐसा ग्राम सभा है। जहां कागज में सब कम पूरा दिखाया जाता है और हकीकत में वह दिखाया गया काम खराब पड़ा रहता है। ऐसे ही ग्राम सभा में स्ट्रीट लाइट के नाम पर खूब पैसे निकाले गए महंगे से महंगे बिल लाइट के बनाए गए और लाइट लगने के कुछ ही महीनों बाद लाइट खराब हो गए। और खराब लाइट बनने का नाम ही नहीं ले रहा। फिर पहले की तरह रास्तों पर रात में अंधेरा पसरा रहता है।रात में अंधेरे के वजह से लोगों में भय बना रहता है कि चोरी, छिनैती ज्यादा बढ़ जाता है। रास्ते में आने जाने वालों में भी भय का शंका बना रहता है। आखिर कब पड़ेगी इस खराब लाइट पर अधिकारी की नजर की लाइट सही हो जाए।