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डोर टू डोर कैंपेन कर छूटे पात्र लाभार्थियों का बन रहा है आयुष्मान कार्ड

स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव

गाजीपुर जनपद में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत बचे 1.58 लाख लाभार्थियों का सर्वे का कार्य आशा, आशा संगिनी, पंचायत सहायक के माध्यम से पूर्ण हो चुका है।सर्वे के दौरान बचे हुए उन पात्र लाभार्थियों को चिन्हित कर लिया गया है। जो कि काफी दिनों से बाहर दिल्ली मुंबई सहित अन्य शहरों में रहते हो या पलायन कर चुके हो या जिनकी मृत्यु हो चुकी हो तथा जिन लड़कियों की शादी हो चुकी है।उसके बाद शेष बचे लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड डोर टू डोर कैंपेनिंग कर आशा,आशा संगिनी एएनम,डाटा ऑपरेटर, कोविड आपरेटर के माध्यम से बनाया जो की अंतिम चरण में है। आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डा. रामकुमार ने बताया कि कैंप में पात्र लाभार्थी अपने आधार कार्ड,राशन कार्ड या परिवार रजिस्टर की फोटो कॉपी लाकर आयुष्मान कार्ड बनवा सकेंगे तथा बताया कि इस विशेष अभियान में बीसीपीएम,डाटा ऑपरेटर,आशा सहित अन्य कर्मी मिलकर आयुष्मान कार्ड बना रहे हैं ।इस विशेष अभियान की मानिटरिंग जनपद स्तर से डीआईयू टीम द्वारा की जा रही है। प्रत्येक ब्लॉक स्तर से प्रतिदिन बनाए जा रहे आयुष्मान गोल्डन कार्ड की रिपोर्ट बीसीपीएम के माध्यम से लेकर उसकी समीक्षा भी की जा रही है। इस विशेष अभियान के दौरान छूटे हुए पात्र अंतिम लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आशा,आशा संगिनी डाटा ऑपरेटर को निर्देशित किया गया है।
वहीं बता दे की भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक आयुष्मान भारत है। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत लाभार्थियों को 5 लाख तक की निःशुल्क चिकित्सकीय इलाज की सुविधा मिलती है। आयुष्मान भारत योजना की स्टेट रैंकिंग में गाजीपुर जनपद 14 में पायदान पर है।

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