Site icon SPV

डीएम हुजूर! बेजुबानो का हो रहा दर्दनाक अंत.. जिम्मेदार कौन’?

स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव

गाजीपुर। गौवंश सबसे ज्यादा सड़क हादसे का शिकार होते दिख रहे है,कोई दिन ऐसा नहीं गुजरता गौवंश दुर्घटना न हो,लोग और गाय घायल न हो, या उनकी जान न चली जाए। 26 अक्टूबर 2024 शनिवार को वाराणसी गोरखपुर राष्ट्रीय राज्य मार्ग, बिरनो ब्लॉक भड़सर गौशाला से आगे 50 मीटर की दूरी पर सड़क दुर्घटना में गौ माता की मौत हो गई। सुबह से शाम तक रोड़ पर मृत अवस्था में पड़ी रही सड़क से गुजर रहे पत्रकारों की नजर पड़ी तो उन्होंने तत्काल बिरनो वीडीओ को फोन किया दो बार रिंग जाने के बाद भी वीडीओ द्वारा फोन रिसीव नहीं हुआ इसी दौरान फोन द्वारा बिरनो एडीओ पंचायत से संपर्क साधा गया। जब इसकी जानकारी एडीओ पंचायत अवनींद्र कुमार को हुई तो उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रधान को फोन कर गाय का शव दफनाने की बात कही।
आपको बता दें कि बेेजुबान गाय का भी दर्दनाक अंत हो रहा है।
भूख-प्यास से बिलखते ये बेजुबान अपने साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ बोल भी नहीं पाते, सड़क पर आवारा घूम रही किसी भी गाय की आंखों, शरीर के जर्जर ढांचे को देखने से ही महसूस हो जाता है, कि इन आंखों से बह रहे आंसूओं की वजह क्या है, कितनी तकतीफ में गुजरता है इनका हर पर, हर दिन। एक दिन कैसे भी गुजर जाए, लेकिन अगले दिन भूख से या सड़क दुर्घटना से बच पाएंगी या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है। घर या गौशाला में ठिकाना नहीं रहा, सड़कों पर कुछ देर के लिए ठौर मिलता तो है, लेकिन सड़क दुर्घटना में कब हमेशा के लिए बैठ जाएं या जान चली जाए, इसका बात का डर हर पल बना रहता है। गौ-वंश के हित की बात तो सभी करते हैं, लेकिन इनकी दुर्दशा देखकर भी अनदेखी कर रहे हैं, यही वजह है कि गौ-वंश तिल-तिल कर जीते और तड़प-तड़प कर मर रहे हैं। जिलाधिकारी ने 28 अगस्त 2024 को गोआश्रय स्थलों के समबन्ध में जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक कि थी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा विशेष गोसंरक्षण अभियान की गहन समीक्षा की थी जिसमें 10 से कम गोसंरक्षण वाले विकास खण्ड के खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी कासिमाबाद, सादात, भदौरा, करण्डा, बाराचवर, भावरकोल, जमानियां तथा अधिशासी अधिकारी नगर पालिका गाजीपुर, नगर पालिका मुहम्मदाबाद, नगर पंचायत बहादुरगंज नगर पं0 दिलदारनगर, नगर पं0 जंगीपुर, नगर पंचायत सादात को स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया था । जिलाधिकारी द्वारा विशेष अभियान चलाकर खेतो एवं सड़को पर घूम रहे निराश्रित गोवंश को 31 सितम्बर 2024 तक शत प्रतिशत संरक्षित करने के निर्देश दी थी। वाराणसी गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर घूम रहे निराश्रित गोवंशो को 01 सप्ताह में संरक्षित करने के निर्देश दिये गये थे । विशेष अभियान के अनुश्रवण के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी गाजीपुर को कन्ट्रोल रूम स्थापित कर प्रतिदिन प्रगति लेने के निर्देशित किए गए थे। सभी खण्ड विकास अधिकारियों एवं पशु चिकित्साधिकारियों को गोआश्रय स्थलो का नियमित भ्रमण कर वहां पायी गयी कमियों का निराकरण कराने के तथा गोआश्रय पर ग्राम सचिव की प्रतिदिन उपस्थिति होने के निर्देश दिये थे। ऐसे में देखा जाए तो जिलाधिकारी के आदेशों का पालन नही हो रहा और नियमों की धज्जियां उड़ायी जा रही है.

Exit mobile version