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वन विभाग की टीम ने असकरनपुर में पहुंचकर किया जांच पड़ताल।

स्वतंत्र पत्रकार विजन
विकास पाठक की रिपोर्ट

हिंसक जानवर होने का नहीं मिला पद चिन्ह और कोई प्रमाण।

बीकापुर।
कोतवाली क्षेत्र के पूरे नंदा तिवारी असकरनपुर गांव में शुक्रवार दोपहर हिंसक जानवर के हमले में 7 वर्षीय बालक के घायल हो जाने के दूसरे दिन शनिवार को वन विभाग हरकत में आया। प्रधान प्रतिनिधि अजय तिवारी ने बताया कि सूचना वन विभाग को दी गई थी शनिवार को हमले में जख्मी बालक शनि पुत्र बंसीलाल के घर बन कर्मियों की टीम के साथ वन रेंजर एसपी सिंह पहुंचे और घटना की जानकारी करने के बाद आसपास तथा जंगल में हिंसक जानवर के पदचिन्हों को खोजा। लेकिन हिंसक जानवर का कोई पद चिन्ह और प्रमाण नहीं मिला। वन रेंजर ने आसपास खेतों में मौजूद ग्रामीणों से भी जानकारी इकट्ठा की। लेकिन ग्रामीण और क्षेत्र के लोग हिंसक जंगली जानवर की आशंका से भी आसंकित हैं। ग्राम प्रधान आशा देवी ने बताया कि यही से कुछ दूर पर स्थित पड़ोसी ब्लॉक हरिंगटनगंज क्षेत्र में हिंसक जानवर के हमले में कई लोग घायल हो चुके हैं। इससे यहां के लोग भी असंकित रहते हैं। वन क्षेत्राधिकारी एस पी सिंह ने बताया कि गांव के जंगल और घायल बच्चे के घर के आसपास जानवर के पदचिन्हों को खोजा गया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई। जंगली सियार होने की संभावना ज्यादा है। फिर भी लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। कोई भी नई जानकारी होने पर वन विभाग को सूचना देना चाहिए।

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