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आश्रम के पुजारी इंदल की पिटाई, का शोर… आखिर क्यों विवादों में गाजीपुर पूजन बाबा का आश्रम

स्वतंत्र पत्रकार विजन
संवाददाता

गाजीपुर । करंडा थाना क्षेत्र के ग्राम तुलसीपुर में पूजन बाबा का आश्रम है. वहां के स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि आश्रम में संदिग्ध लोगों का आना जाना रहता है. जबकि स्थानीय लोगों को मंदिर के अंदर पानी पीने की इजाजत नहीं देते हैं। स्थानीय व क्षेत्रीय ग्रामीण ने बताया कि इलाके के दीनापुर गांव के रहने वाले इंदल को चोरी का आरोप लगाते हुए कुछ आश्रम के लोगों ने उनकी पिटाई कर दी।जिसको लेकर विवाद हो गया. आश्रम पर रहने वाले राजेश चौबे पर गांव वाले भड़क गए. गांव वालों ने भारी संख्या में पहुंचकर आश्रम का घेराव कर काफी हंगामा किया साथ ही आश्रम के लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की. वहीं हंगामे की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उग्र भीड़ को समझा बुझा कर स्थानीय लोगों को वहां से हटाया. वहीं स्थानीय व क्षेत्रीय ग्रामीणों कहना है कि आश्रम के पुजारी इंदल बिन्द के पिता स्वर्गीय अजय साधु आश्रम के मुख्य पुजारी हुआ करते थे। लगभग 8 ,10 साल पूर्व पूजन बाबा के आश्रम में ही उनकी मौत हो गई जो आज भी रहस्यमय है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र के समस्त ग्रामीणों के बीच बैठक कर निर्णय लिया गया कि अजय साधु के पुत्र इंदल बिंद को शिक्षा दीक्षा से लेकर हर एक सुविधा आश्रम के द्वारा दी जाएगी। 21 सितंबर 2024 दिन रविवार को आश्रम में रह रहे इंदल पर चोरी का आरोप लगाया गया की आश्रम से कुछ पैसों की चोरी की गई है। जिसको लेकर आश्रम के कुछ लोगों ने आश्रम के अंदर रह रहे इंदल बिन्द की पिटाई दी। नवरात्र के पहले दिन ही आक्रोशित स्थानीय व क्षेत्रीय ग्रामीणों ने तीन अक्टूबर को आश्रम का घेराव किया। ग्रामीणों ने मांग किया कि आश्रम में लगे सीसी कैमरे फुटेज निकला जाए ।
आश्रम द्वारा सीसी कैमरे फुटेज इंदल बिन्द कहीं नजर नहीं आया। इंदल बिन्द को आश्रम से हटाने के लिए एक बहुत बड़ी सोची समझी साजिश की गई है। सन 2018 में दुर्गा पंडाल रखने के लिए राजेश चौबे से बात किया गया आश्रम में दुर्गा पूजा का पंडाल रखा जाए आश्रम के राजेश चौबे ने पंडाल रखने से मना कर दिया। जैसे ही जानकारी त्रिकालदर्शी पूजन बाबा को हुई मिर्जापुर जा रहे बाबा ने रास्ते से ही तुरंत आश्रम वापस लौट आए और बाबा ने दुर्गा पंडाल रखने की इजाजत दिया ग्रामीणों द्वारा हंसीखुशी से दुर्गा पूजा पंडाल सजाया गया। कोरोना काल के समय से दुर्गा पूजा पंडाल नहीं रखा जा रहा है। आश्रम के राजेश चौबे आश्रम पर अपना हक जमा रहे है जिसके चलते स्थानीय लोगों से नोंकझोक होती रहती है। लोगों का कहना है कि आश्रम के राजेश चौबे द्वारा इस आश्रम को किसी ट्रस्ट से जोड़ दिया है। ट्रस्ट के नाम पर विधायकी व सांसद निधि से करोड़ों रुपए आता है तथा प्रत्येक रविवार को लाखों रुपए का चढ़ावा चढ़ता है जिसका मालिक आश्रम राजेश चौबे है।
पूजन बाबा आश्रम के नाम से जो भी जमीन खरीदी गई है वारिस राजेश चौबे बने हुए है आने वाले समय में पूजन बाबा के न रहने पर मालिकाना हक राजेश चौबे का हो सके। वहीं आश्रम के राजेश चौबे ने प्रेस वार्ता में बताया कि नवरात्र के पहला दिन अपने शहर स्थित आवास से शिवपूजन बाबा आश्रम पर कलश स्थापना करने के लिए पहुंचा तभी एक सोची समझी साज़िश के तहत कुछ लोग लाठी डंडे लेकर हमला करने के लिए आमादा हो गये तभी दर्शन करने आये भक्तों ने किसी तरह बीच बचाव किया‌। उन्होंने बताया कि पिछले कई महीनों से इंनोवा गाड़ी से चोरी हो रही थी तभी पिछले रविवार को दीनापुर निवासी हिमांशु नाम का युवक पकड़ा गया, पुलिस पुछताछ में हिमांशु ने दीपक नाम युवक को बताया। फिर दोनों ने कहा कि इस चोरी में आश्रम के इंदल नाम का युवक भी शामिल हैं। फिर गांव के मानिंद लोगों के मध्यस्तता से सुलह समझौता हुआ। फिर कुछ लोगों द्वारा पूरे प्लानिंग और साजिश के तहत यह भ्रम फैलाते हुए कहा गया कि ठाकुर बिरादरी के लड़के को राजेश चौबे ने छोड़ दिया और बिंद बिरादरी के लड़का को राजेश चौबे ने मुकदमा कराकर जेल भेजवा दिया। उन्होंने बताया कि पूरे षड्यंत्र के तहत कुछ लोगों द्वारा‌ मेरे छवि को धूमिल करने का काम किया गया हैं, कुछ लोगों द्वारा पिछले कई वर्षों से मेरी हत्या कराने का षड्यंत्र किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा तहरीर दिया गया है और शासन प्रशासन पर पूरा भरोसा है कि न्याय मिलेगा।

जिले के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक आश्रम के मामले को संज्ञान में लेते हुए CO स्तर से इसकी जांच काराये।
अगर पूरे मामले की जांच हुई तो भ्रष्टाचार में संलिप्त कई लोगों का चेहरा बेनकाब हो जाएगा।

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