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ग्रीनमैन नें दिव्यांग बोर्ड पटल सहायक के जन्मदिन पर औषधीय पौधा भेंट कर दी शुभकामनाए

स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव

गाजीपुर: ग्रीनमैन डा.अरविन्द कुमार आजाद ने जिला प्रशासनिक अधिकारी पी.सी.चौहान के हाथों दिव्यांग बोर्ड पटल सहायक इशांक श्रीवास्तव के जन्मदिन पर औषधीय पौधा सम्मी का पौधा उपहार स्वरुप भेंट कर जन्मदिन की हरित शुभकामनाए दी।उन्होने बताया कि काम करने के लिए कोई सबसे अच्छा समय या विशेष सीमा नहीं होती। वृक्षारोपण किसी को जीवन देने जैसा है। हम जो भी पेड़ लगाएँगे, वह समाज का रक्षक बनेगा। मानसून का मौसम चल रहा है, पेड़ लगाने और अपने पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने के लिए बड़े पैमाने पर पहल करने का समय आ गया है। वृक्षारोपण आपको चैन की सांस दे सकता है।यह वक्तव्य ग्रीनमैन डा.अरविन्द कुमार आजाद ने कहा।बताया कि वन हमारी धरती के फेफड़े हैं। पेड़ हानिकारक गैसों को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। अधिक वृक्षारोपण से ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। ग्रीनमैन की माने तो हर चीज के बीच, उपहार में दिया जाने वाला पौधा सबसे बढ़िया होता है। इसी तरह, वृक्षारोपण सबसे अच्छी गतिविधि है जो आप अपने खास अवसरों पर कर सकते हैं। जब मनुष्य हरियाली से घिरा होता है तो वह हमेशा प्रकृति से जुड़ा हुआ महसूस करता है।ग्लोबल वार्मिंग दर में वृद्धि के लिए वनों की कटाई एक बड़ी समस्या बन गई है। पेड़ तापमान को नियंत्रित करने और मौसम की स्थिति को वर्षा के अनुकूल बनाने में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हवा से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं, जिससे यह शुद्ध हो जाती है, और ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जो जीवन के निर्वाह के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, वे हमें लकड़ी, भोजन, ईंधन, कागज आदि भी प्रदान करते हैं, जो हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
पेड़ पृथ्वी के वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड, सी.एफ.सी.और अन्य प्रदूषकों के स्तर को कम करने में मदद करते हैं, तथा अपनी लकड़ी में कार्बन का भंडारण करते हैं, जिससे सभी को ताजी हवा मिलती है पेड़ पौधे प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाता है।पेड़ों में अपने भीतर पाँच सौ से ज़्यादा प्रजातियों को आश्रय देने की क्षमता होती है। जब वे छोटे होते हैं, तो वे पक्षियों, कीड़ों, लाइकेन और कवकों वाले कई समुदायों को आवास और भोजन प्रदान करते हैं। जब वे बड़े होते हैं, तो उनके तने चमगादड़, भृंग, उल्लू और कठफोड़वा जैसी प्रजातियों के लिए ज़रूरी खोखला आवरण प्रदान करते हैं।पेड़ अक्सर धरती की सतह के लिए लंगर का काम करते हैं।वृक्षारोपण किसी की जान बचाने जितना ही पवित्र है। इस मौके पर प्रधान सहायक प्रमोद कुमार, वसीम हैदर, डा.आशीष कुमार,आदित्य यादव,नीरज श्रीवास्तव,अमित उपाध्याय,पाल बाबू,मु.फैजान सहित अन्य पटल सहायक मौजूद रहे।

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