स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव
गाजीपुर – आज शुक्रवार को कृषि विज्ञान केन्द्र पी0जी0 कालेज गाजीपुर में त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम योजनान्तर्गत एक दिवसीय कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्ष सरिता अग्रवाल द्वारा किया गया। उप कृषि निदेशक, द्वारा कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गयी। उनके द्वारा बताया गया कि त्वरित मक्का विकास कार्यक्रम अन्तर्गत जनपद में संकर मक्के का 8 कुं0 बीज से 40 हें0 क्षेत्र में प्रदर्शन कराया गया है। जिसमें बीज का शत-प्रतिशत अनुदान किसानों के खाते में भेजा जा चुका है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सरिता अग्रवाल द्वारा बताया गया कि आज की आधुनिक जीवन शैली में सूगर व अन्य प्रकार के रोगो का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ाता जा रहा है। मक्का व अन्य दूसरे मोटे अनाज के सेवन से इन रोगो से बचा जा सकता है। मोटे अनाज की खेती अन्य की तुलना में आसान होती है, पानी व उर्वरक की कम मात्रा में ही इसकी खेती हो सकती है। राजेश यादव,परियोजना निदेशक गाजीपुर द्वारा भी बताया गया कि मोटे अनाज में ग्लूटिन की मात्रा नही होती है जिससे उसका पाचन बहुत आसान होता है इसलिए सभी को मोटे अनाजों को अपने भोज्य पदार्थो में समावेश अवश्य करना चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित कृषकों को मक्के व अन्य मोटे अनाज की खेती व बीज उत्पादन की विस्तृत जानकारी कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दी गयी। उप कृषि निदेशक, द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत कुल 455296 कृषको का भूमि अंकन का कार्य पूर्ण हैं जिसके सापेक्ष 421001 कृषको का ई-के0वाई0सी0 एवं 434156 कृषकों का आधार सीडिंग पूर्ण है। इस प्रकार अभी भी 34295 कृषको का ई-के0वाई0सी0 एवं 21140 कृषकों का आधार सीडिंग लम्बित है जिसके कारण इन कृषकों को पी0एम0 किसान के लाभ से वंचित हैं। सोलर पम्प हेतु आन लाइन आवेदन के लिए पोर्टल खुला है। इच्छुक कृषक आन लाइन आवेदन करा सकते है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कराने की अन्तिम तिथि 25 अगस्त है। कृषक सहज जन सेवा केन्द्र से अपने फसलो का बीमा ससमय करा लेें। गोष्ठी में जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, अग्रणी जिला प्रबंधक यू0बी0आई, जिला समन्वयक यू0पी0 डास्प, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी, सहायक प्रबन्धक इफको एवं कृषि विज्ञान केन्द्र पी0जी0 कालेज गाजीपुर व आकुशपुर के वैज्ञानिक डा0 विनोद कुमार सिंह, डा0 धर्मेन्द्र कुमार सिंह, डा0 ओमकार, डा0 जय प्रकाश सिंह इत्यादि उपस्थ्ति थे।