आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया आचार्य चरक जयंती
स्वतंत्र पत्रकार विजन
ब्यूरो रिपोर्ट महराजगंज
महराजगंज ǃǃ आचार्य चरक के जन्मदिवस के अवसर पर जनपद के एकमात्र उच्च शिक्षण संस्थान आईटीएम आयुर्वेदिक मेडिकल एंड हॉस्पिटल संस्थान द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। श्रावण मास की पंचमी को चरक जयंती मनाई जाती है । ये दिन आयुर्वेद के महान आचार्य चरक को समर्पित है, इस दिन उनका जन्म हुआ था। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा कृष्ण साहनी,चिकित्सा अधिकारी महाराजगंज ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद के चिकित्सकों के लिए चरक जयंती बहुत खास है.आचार्य चरक ही आयुर्वेद के चिकित्सक माने जाते हैं, उन्होंने बताया कि ज्यादा महत्वपूर्ण यह है की व्यक्ति को बीमारी से बचाना न की इलाज करना ”. जो चिकित्सक अपने ज्ञान और समझ का दीपक लेकर बीमार के शरीर को नहीं समझता, वह बीमारी कैसे ठीक कर सकता है. इसलिए सबसे पहले उन सब कारणों का अध्ययन करना चाहिए जो रोगी को प्रभावित करते है, फिर उसका इलाज करना चाहिए. इस अवसर पर प्राचार्य डॉ हरनारायण डे ने भी आचार्य चरक के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चरक कुषाण राज्य के राजवैद्य थे. आचार्य चरक आयुर्वेद के जनक माने गए हैं. भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी चरक एक महर्षि एवं आयुर्वेद विशारद के रूप में प्रसिद्ध हैं. महा ऋषि चरक की जन्म तिथि के बारे में कुछ निश्चित तथ्य मौजूद नहीं हैं लेकिन माना जाता है कि २३००-२४०० वर्ष पूर्व उनका जन्म हुआ था.चरक ऐसे पहले चिकित्सक थे जिन्होंने पाचन, चयापचय और शरीर प्रतिरक्षा की अवधारणा दी थी.चरक के अनुसार शरीर में पित्त, कफ और वायु के कारण दोष उत्पन्न हो जाते है और यही बीमारियों की जड़ बनते हैं. आयुर्वेदाचार्य चरक मानव कल्याण के लिए आयुर्वेद ग्रंथ ‘चरक संहिता’ लिखा था. इसमें विभिन्न रोगों के उपचार के लिए आयुर्वेदिक औषधियों की व्याख्या की गई है, जिन्हें सही मात्रा और तरीके से प्रयोग करने के उपाय भी दिए गए हैं. इस अवसर पर उप प्राचार्य डॉ करीम ने भी भावी चिकित्सकों को संबोधित किया और चरक जैसी महान विभूति को अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा कृष्णा साहनी साथ ही साथ संस्थान के प्राचार्य डा एच एन डे,डा कृति,डा अरुणा ठाकुर,डा वर्षा,डा राम कृपाल,डा अमलेंदु, डा आदित्य,डा हिमांशु वर्मा,डा सीबी पाटिल,डा प्रज्ञा,एवं द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्रा सहित सभी शिक्षक उपस्थिति रहे।