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आशनाई में हुआ उस्का क्षेत्र के प्रशांत कुमार गुप्ता की हत्या

03 दिन के बाद जोगिया थाना क्षेत्र में बोरे मे मिली लाश

उस्का पुलिस,एसओजी व सर्विलांस को मिली सफलता

दुर्गेश मूर्तिकार

सिद्धार्थनगर जनपद के थाना उसका बाज़ार पुलिस ,एसओजी व सर्विलांस टीम ने 24 घंटे में हत्या की घटना का खुलासा हुआ 21 ,2024 को थाना जोगिया उदयपुर क्षेत्र के सजनी पकड़ी मुख्य मार्ग पर सड़क के किनारे संदिग्ध परिस्थिति में एक व्यक्ति का शव एक बोरे में बधा मिला था । जिसकी शिनाख्त प्रशांत कुमार गुप्ता पुत्र वासुदेव गुप्ता निवासी साड़ी पोस्ट मधुकरपुर उम्र 35 वर्ष के रूप में हुई जिसके संबंध में थाना उसका बाज़ार पर 18 ,2024 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी । शव मिलने पर अज्ञात पर मुक़दमा दर्ज किया गया । कप्तान प्राची सिंह के आदेश के क्रम में उप पुलिस अधीक्षक सुजीत राय ,थानाध्यक्ष रोहित उपाध्याय , एसओजी व सर्विलांस सेल द्वारा छान बीन शुरू किया गया उसके बाद। आज बृहस्पतिवार को सुबह लगभग 6 :30 बजे उसका पुलिस ठीम ,सर्विलांस सेल व एसओजी टीम द्वारा उक्त हत्या के अभियुक्तों शिखा चौरसिया पुत्री राजकुमार उर्फ़ बजरंगी चौरसिया निवासी बैदौली खुर्द थाना बांसी हाल पता करौंदा मसिना थाना जोगिया , एवं विजय गुप्ता पुत्र स्व रामलखन निवासी रानीजोत पोस्ट मसकनवा थाना छपिया जनपद गोंडा को सनईं तिराहा से गिरफ़्तार कर लिया गया हैं ।
पूछताछ में पता चला कि मृतक प्रशांत गुप्ता का अभियुक्त शिखा चौरसिया से अवैध सम्बन्ध था तथा वह शिखा को यह कह कर ब्लैकमेल करता था कि उसके पास शिखा का वीडियो हैं । शिखा चौरसिया विजय गुप्ता के साथ लिव इन में रहती थी और प्रशांत के ब्लैकमेल से परेशान हो गई थी । आयुष उर्फ़ संगम मिश्रा को यह शक था की मृतक प्रशांत कुमार गुप्ता का उसकी माँ के साथ भी अवैध संबंध हैं , इसलिए शिखा , के लिव इन पार्टनर विजय गुप्ता व आयुष के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई । 17 ,2024 को शिखा चौरसिया ने प्रशांत कुमार गुप्ता को अपने किराए के कमरे पर करौंदा मसिना बुलाया और कहा कि कुछ बात करनी हैं।
अभियुक्त विजय गुप्ता और आयुष उर्फ़ संगम मिश्रा बाहर छिपकर प्रशांत का इंतज़ार कर रहे थे । प्रशांत के अंदर चले जाने के कुछ समय बाद प्रशांत के फ़ोन पर किसी का फ़ोन आया तो वह बात करते हुए दरवाज़ा खोल कर बाहर निकाला तभी चुपके से विजय और आयुष कमरे में चुपके से अंदर जा कर चुप गए । प्रशांत के वापस आते ही उसके मुँह पर गमछा डाल कर लोहे के राड स उसके सिर पर कई वार किया गया तथा गमछे से गला दबाकर तब तक खींचते रहे जब तक उसकी मृत्यु नहीं हो गईं । तीनों अभियुक्तों ने मिलकर प्रशांत को मौत के घाट उतारकर मोटर साइकिल द्वारा लाश को सड़क के किनारे जोगिया – उसका मार्ग पर फ़ेक दिया गया ।
तीसरे अभियुक्त आयुष उर्फ़ संगम मिश्रा की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही हैं । हत्या में प्रयोग की गई लोहे की राड पुलिस द्वारा बरामद कर ली गई हैं । डीटेल के आधार पर और मृतक के आख़िरी लोकेशन के आधार पर जाँच में उजागर हुई हत्या की साज़िश

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